सोमवार, 22 जनवरी 2024

चलो कुछ ऐसा करें


तकरार में यूं ही ना गुजर जाए ये जिंदगी 

रूसवाई में वक्त क्यों जाया करें 

चलो कुछ ऐसा करें 

मसला ए मुहब्बत यू हल करें 

कभी तुम रूठा करो कभी हम रूठा करें


जिंदगी की मंजिल है दूर मिल ही जाऐगी राहें 

कभी तुम चला करो कभी हम चला करें 

बात बन ही जाऐगी 

चलो कुछ ऐसा करें 

मसला-ए-मुहब्बत यूं हल करें 

कभी तुम रूठा करो कभी हम रूठा करें


बात बात पे यूं रूसवा होना अच्छा नहीं 

चाहत को यूं आंसूओं से ना ब्यां किया करो 

कभी तुम प्यार से बुलाया करो 

कभी हम अदा से सर झुकाया करें 

प्यार से गुजर जाऐगी ये जिंदगी 

चलो कुछ ऐसा करें 

मसला-ए-मुहब्बत यूं हल करें 

कभी तुम रूठा करो कभी हम रूठा करें


गुजर ना जाये ये वक्त यूं बेरूखी में 

कभी तो पास बैठ कर मीठे बोलों से लुभाया करो 

कभी तुम शरारत किया करो 

कभी हम परेशान किया करें 

यूं ही कट जाऐगी ये जिंदगी 

चलो कुछ ऐसा करें 

मसला-ए- मुहब्बत यूं हल करें 

कभी तुम रूठा करो कभी हम रूठा करें


जमाने की बातों में ना आया करो 

दिल की बातों को कभी जुबाँ पे भी लाया करो 

कभी तुम शिकायत किया करो 

कभी हम शिकवा किया करें

यूं ही बसर हो जाऐगी ये जिंदगी

चलो कुछ ऐसा करें

मसला-ए-मुहब्बत यूं हल करें

कभी तुम रूठा करो कभी हम रूठा करें



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