चल जिंदगी अब तेरे हिसाब से जी लेते हैं कुछ ख़्वाहिशें छोड देते हैं... कुछ सपने बुन लेते हैं
रविवार, 29 अक्टूबर 2023
कभी साथ बैठो तो कहें...
कभी साथ बैठो तो कहें कि दर्द क्या है
दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहेंगे....!!
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